Saturday, June 17, 2017

Mark Zuckerberg in Story

Mark Zuckerberg in Story




इस पोस्ट में Mark Zuckerberg की biography को Hindi में बहुत बहतरीन तरीके से बताया गया है, मुझे उम्मीद है यह यह पोस्ट आपको बहुत पसंद आएगी।
Social Networking site, Facebook के CO-founder और CEO Mark Zuckerberg आज दुनिया के सबसे बड़े youngest billionaires में से एक है।

शुरुआत


Mark zuckerberg ने social networking facebook को अपने कॉलेज हॉस्टल के कमरे में ही बनाई थी। जैसे ही facebook पर 250 Millions से ज्यादा users बढ़ने शुरू हुए तबसे Mark zuckerberg billionaire बन गये। और इसके साथ ही एक फिल्म “The Social Network” के नाम से Facebook की biography पर बन गई। और आज facebook दुनिया की सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली social networking साईट है।

Early Life Of Mark Zuckerberg

Mark Zuckerberg का जन्म white plains, New York में 14 मई 1984 को हुआ था। मार्क के पिता Edward Zuckerberg, एक दंत चिकित्सक है और मां, Karen Zuckerberg, एक मनोचिकित्सक है।
प्राथमिक स्कूल में ही Mark का programming में बहुत रूचि रही है। जब Mark लगभग 12 वर्ष एक थे तब उन्होंने Atari BASIC का उपयोग करके messaging program बनाया था जिसका Mark ने “Zucknet” नाम दिया था। Mark ने पिता इस program को अपने दाँतो का कार्यालय में उपयोग करते थे ताकि दन्त रोगी का स्वागत करने वाला (जो दन्त चिकित्सक के कार्यालय के बहार खड़ा होने वाला व्यति) कमरे में आकर चिल्लाए बिना एक नया रोगी की सुचना दे सके।
Mark ने जो Zucknet program बनाया था उसे Mark का पूरा परिवार घर के भीतर बातचीत करने के लिए इस्तेमाल किया था।
फिर उसके बाद Mark ने उनके दोस्त के साथ मिलकर मनोरंजन के लिए कंप्यूटर गेम भी बनया था।
Mark की कंप्यूटर में बढती रूचि को बनाये रखने के लिए, Mark के माता-पिता ने पर्सनल कंप्यूटर के शिक्षक “David Newma” को हर सप्ते में एक बार घर आकर और Mark के साथ काम करने के लिए काम पर रखा।
इतना ही नहीं Mark ने अपने उच्च माध्यमिक स्कूल में एक बुद्धिमान मीडिया MP3 प्लेयर भी बनाया जिससे एक MP3 प्लेयर की लिस्ट बन जाती थी इस लिस्ट में अपने आप यूजर के एक्टिविटी से MP3 लिस्ट वही बनती जो users अबी सुनना चाहता है।

FaceMash – A Fun Site for voting





2003 में Mark zuckerberg को गर्मी की शाम FaceMash बनाने का विचार आया। Mark ने हार्वर्ड के डेटाबेस को हैक करने का निर्णय लिया जहां कॉलेज स्टूडेंट अपनी प्रोफाइल फोटो अपलोड भी करते थे। Mark ने जल्द ही एक एसा प्रोग्राम बनाया जो ऑटो 2 फीमेल के इमेज show करता है और उन पर वोटिंग चलाता है कि कौन इन दोनों में से ज्यादा beautiful है. वोटिंग website पर आने वाले लोगो के द्वारा की जाती है यानी website पर आने वाले लोग वोटर्स होते थे.
इस वेबसाइट पर बहुत ही कम समय में बहुत ही ज्यादा लोग/ट्रैफिक आ गये थे। साईट पर ज्यादातर ट्रैफिक हार्वर्ड कॉलेज के छात्र थे। जायदा ट्रैफिक की संख्या बढ़ने पर सर्वर भी क्रेश हो गया था।
इस हादसे के बाद Mark पर हैकिंग करने का इल्जाम लगा ता क्योंकि Mark ने फोटो को डेटाबेस हैक करके ही ली थी और Mark ने जो साईट बनाई थी जहा लडकियों की वोटिंग होई थी यह भी गलत था। तो इसके लिए Mark को कमेटी में बुलाया गया और सब Mark को कोई न कोई सुना ही रहा था, कि यह किया तो गलत है, वो किया तो इस पर आपका इसका इल्जाम लगता है लेकिन कोई भी यह कह नहीं रहा था की Mark ने इतनी मुस्किल काम को इतने कम समय में आसानी से कर दिया है तो Mark की इस बुद्धिमता को उपयोग में लिया जाए।
और फिर अब आता है Mark का सबसे ही बड़ा प्रोजेक्ट, फेसबुक। जिसको पूरी दुनिया उपयोग करती है। Mark ने अपने बाकि प्रग्राम की तरह फेसबुक को भी बहुत कम समय में बना लिया था।
सबसे पहले Mark के पास सोशल नेटवर्क साईट बनाने का आईडिया लेकर दिव्य नरेन्द्र आया था। दिव्य नरेन्द्र ट्विन्स टाइलर और कैमरों विन्क्लेवोस का पार्टर था।
दिव्य नरेन्द्र ने Mark को सोशल साईट बनाने का कहा था जिसका नाम “Harvard Connection” होगा। नरेंद्र और जुड़वाँ विंकलेवोस के साथ एक प्राइवेट मीटिंग के बाद Mark ने इस काम को करने के लिए स्वीकार कर दिया था।

फिर उसी हार्वर्ड कनेक्शन पर काम करने के दौरान ही Mark को खुदकी एक सोशल साईट बनाने का एक बेहतरीन विचार आया।
और अपने इस बहतरीन आईडिया को आगे बढाने को लेकर ही फ़रवरी 2004 में Mark ने thefacebook.com वेबसाइट का डोमेन नाम रेगेस्टर कर लिया था जिसको आज facebook.com के नाम से जाना जाता है।
Mark ने यह काम अपने मित्र Eduardo Saverin के साथ किया था। सुरु में फेसबुक के प्रोजेक्ट पर Eduardo ने ही इन्वेस्ट किया था।
जब फेसबुक पर 4000 ट्रैफिक हो गए तब Mark और उसके पार्टनर eduardo ने कुछ और नए programmers को काम पर लगाया जो website पर अच्छे तरीके से काम करे।
और अब तक mark के 503.6 million shares थे। और अब Zuckerberg कंपनी के वोट का लगभग 60% नियंत्रित करता है, 35% – eduardo Saverin, और 5% बाकि के नए पार्टनर।
2005 से Facebook को पुरे USA के सभी संस्थानों और विश्वविद्यालयो में उपयोग करने योग्य बन गई। Mark एक ही बात को मानते थे वो बस उनकी वेबसाइट Students के लिए है।
Facebook पर बहुत तेज़ी से ट्रैफिक बढ़ने लगे और जैसे ही 50 मिलियंस ट्रैफिक हुए फिर एक बड़ी कंपनी Yahoo! ने Mark से Facebook को खरीदने का ऑफर किया। सबसे पहला ऑफर Yahoo! ने 900 मिलियंस डॉलर फेसबुक के लिए ऑफर किया था। हलाकि यह बहुत बड़ी रकम है लेकिन Mark ने इस ऑफर को पूरा नहीं किया।
इसके साथ ही Facebook बहुत ही आगे बढ़ने लगी और धेरे-धीरे यह पुरे दुनिया के कोने कोने में उपयोग होने लगी। और आज फेसबुक पूरी दुनिया की सबसे बड़ी सोशल साईट है, जिस पर हर इन्टरनेट यूजर अकाउंट बनता/बनती ही है।




और साथ ही आज Mark Zuckerberg पुरे दुनिया के सबसे बड़े Yongest Billionairs मे से एक है।
और फिर Mark ने 19 मई 2012 को अपनी लम्बे समय की प्रेमीका Priscilla Chan, California की रहने वाली से शादी की और आज वो दोनों आपस में बहुत खुश है।
संसार की दूसरी सबसे बिजी वेबसाइट : फेसबुक इंक. एक अमेरिकी मल्टीनेशनल इंटरनेट कॉरपोरेशन है, जो सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट facebook चलाता है इसका मुख्यालय मेनलो पार्क कैलिफ़ोर्निया में है ! facebook सबसे ज्यादा पुरानी नहीं है और इसे फरवरी 2004 में शुरू किया गया था कंपनी की अधिकांश आमदनी विज्ञापनों से होती है ! और 2011 में एशिया मध्य में 3.71 अरब डॉलर थी इसमें 3539 कर्मचारी काम करते थे और 15 देशों में इसके कार्यालय है facebook google के बाद संसार की सबसे व्यस्त वेबसाइट है, लोग हर महीने facebook पर 700 अरब मिनट से भी अधिक समय बिताते है |





पहला एशियाई ऑफिस भारत में : 2010 में इसने एशिया में अपना पहला ऑफिस हैदराबाद, भारत में खोला ! मई 2012 में फेसबुक के 90 करोड सक्रिय सदस्य थे, जिनमें से अधिकतर मोबाइल के जरिए फेसबुक पर जाते हैं ! 2011 में भारत में इसकी 2.3 करोड़ सदस्य है जनवरी 2011 में फेसबुक ने fb.com डोमेन को 85 लाख डॉलर में खरीद लिया ! Facebook की लोकप्रियता को देखते हुए इसके शुरूआती वर्षों पर 2010 में "The Social Network" नामक फिल्म भी बनी !






महत्वपूर्ण मोड़: facebook शौक से व्यवसाय में तब बदला जब 2004 के अंत में पिटर थील में 5 लाख डॉलर का निवेश किया, यह निवेश facebook के लिए इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि पिटर PayPal, YouTube, LinkedIn जैसी शुरुआती कंपनियों में निवेश कर चुके थे !

उनकी सलाह और मार्गदर्शन facebook के बहुत काम आया ! जाहिर है, facebook की प्रगति से थील को भी काफी लाभ हुआ उनका 5 लाख डॉलर के निवेश आज अरबो डॉलर में बदल चुका है !






तो अब बात आती है कि मार्क जकरबर्ग ने ऐसा क्या किया कि आज सफलता उनके कदम चूमती है तो आइए जानते है मार्क जकरबर्ग की सफलता के मंत्र





कंपनी की स्थापना: Facebook की स्थापना मार्क जकरबर्ग नाम के अमेरिकी कंप्यूटर प्रोग्रामर और इंटरनेट बिजनेसमैन ने अकेले नहीं की थी उनके 3 साथी Dustin Moskovitz, Eduardo Saverin

Chris Hughes और Andrew McCollum भी उनके साथ शामिल थे !







वैसे टीम के सबसे अहम सदस्य मार्क जकरबर्ग ही थे क्योंकि विचार भी उन्हीं का था और उन्होंने ही 2 सप्ताह तक प्रोग्रामिंग करके Facebook का पहला संस्करण तैयार किया था अंततः 4 फरवरी 2004 को Facebook वेबसाइट शुरू हो गई !

उस वक्त इसका नाम thefacebook.com था कंपनी के नाम से the तब हटा जब इसने 2005 में Facebook Domain 2 लाख डॉलर में खरीद लिया !

पहले ही वर्ष इसके 10 लाख सदस्य हो गए !




तेजी से काम करें : मार्क जकरबर्ग ने हार्वर्ड की डोरमिटरी के कमरे में खाली समय में  Facebook का पहला संस्करण तैयार किया, उन्होंने कोई बिजनेस plan नहीं लिखा था अपने दोस्तों और सलाहकारों से लगातार नहीं पूछा की उनके विचार के बारे में उनकी क्या राय थी,
उन्होंने इसकी सफलता के बारे में कोई



मार्केट रिसर्चनहीं की उन्होंने पेटेंट या ट्रेडमार्क के लिए आवेदन नहीं दिया ! उन्होंने तो बस एक वेबसाइट तैयार की और उसे शुरू कर दिया ! बहुत सी कंपनियां अपनी वेबसाइट को जटिल बना देती है और आदर्श बनाने के चक्कर सब कुछ गड़बड़ कर देती है ! Facebook ने ऐसा कुछ नहीं किया उसने तेजी से और सरलता से काम किया इसका पहले संस्करण बहुत ही सरल था ! 

मार्क जकरबर्ग ने कहा है

 मेरा लक्ष्य कभी भी बस एक कम्पनी बनाने का नही था । कई लोग इसका गलत अर्थ लगाते हैंमानो मुझे राजस्व या लाभ या ऐसी चीजों की कोई चिंता नहीं है। बल्कि बस एक कम्पनी ना होने से मेरा मतलब था बस एक कम्पनी नहीं खड़ी करना – कुछ ऐसा बनाना जो सचमुच दुनिया में एक बड़ा बदलाव ला



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